अमेजन ने कम-मूल्य वाले उत्पादों पर विक्रेता शुल्क घटाए, भारत के ई-कॉमर्स बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए
अमेजन इंडिया ने भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने विक्रेता शुल्क में अब तक की सबसे बड़ी कटौती की घोषणा की है, जो मुख्य रूप से कम-मूल्य वाले उत्पादों पर केंद्रित है। यह निर्णय अमेजन को अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा, विशेष रूप से मीशो, जो शून्य कमीशन मॉडल पर काम करता है, का मुकाबला करने में मदद करेगा।
यह शुल्क कटौती विक्रेताओं के लिए क्या मतलब रखती है?
अमेजन ने अपने शुल्क संरचना में एक क्रांतिकारी बदलाव किया है, जिसमें 300 रुपये से कम कीमत वाले 12 मिलियन से अधिक उत्पादों पर रिफरल शुल्क (कमिशन) को समाप्त कर दिया गया है। यह बदलाव 135 श्रेणियों में लागू होता है, जिनमें फैशन, गहनों, ग्रॉसरी, होम गूड्स, ब्यूटी, किचन उत्पाद और अन्य शामिल हैं। रिफरल शुल्क वह कमीशन है जो विक्रेता अमेजन को प्रत्येक बेचे गए उत्पाद पर देते हैं, और यह सामान्यत: 2% से 14.5% के बीच होता है, श्रेणी के आधार पर। इन बदलावों के साथ, अमेजन का उद्देश्य कम कीमत वाले उत्पादों की पेशकश करने वाले विक्रेताओं पर वित्तीय दबाव को कम करना है और छोटे व्यापारियों और उद्यमियों के लिए एक अधिक आकर्षक वातावरण तैयार करना है, जो अमेजन पर बिक्री करना चाहते हैं।
यह संशोधित संरचना 7 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगी। कम-मूल्य वाले उत्पादों पर शून्य रिफरल शुल्क अमेजन की रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बढ़ती प्रतिस्पर्धा, विशेष रूप से मीशो, जो कमीशन-मुक्त व्यापार मॉडल के साथ बढ़ रहा है, के खिलाफ अमेजन को आगे बनाए रखना है। अमेजन की यह शुल्क कटौती विक्रेताओं के लिए प्रतिस्पर्धी बने रहने में आसान बनाने के लिए है, खासकर उस बाजार में जहां किफायती मूल्य सफलता का प्रमुख चालक है।
यह शुल्क कटौती ई-कॉमर्स उद्योग के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
विक्रेताओं के लिए शुल्क में इस कटौती का महत्व है, क्योंकि यह अमेजन इंडिया की ओर से विक्रेताओं के लिए अब तक की सबसे बड़ी मूल्य कटौती है। यह उस समय हो रहा है जब ई-कॉमर्स दिग्गज अन्य प्लेटफार्मों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा और तेज़ बाणिज्य चैनलों (क्विक कॉमर्स) के उदय का सामना कर रहा है। उदाहरण के लिए, मीशो ने भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक बड़ा विस्फोट किया है, जो अपने विक्रेताओं को शून्य कमीशन सेवाएं प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, तेजी से वितरण (क्विक कॉमर्स) प्लेटफार्मों का चलन बढ़ रहा है, जो विभिन्न श्रेणियों में उत्पादों की अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी पर केंद्रित हैं, और यह पारंपरिक ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों जैसे अमेजन पर अतिरिक्त दबाव डाल रहे हैं।
इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के जवाब में, अमेजन इंडिया ने विक्रेताओं की सफलता को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है और उनके खर्चों में कटौती की है। अमेजन इंडिया के सेलिंग पार्टनर सर्विसेज के निदेशक अमित नंदा ने बताया कि कंपनी का उद्देश्य बहुत सरल है: जब विक्रेता सफल होते हैं, तो अमेजन भी सफल होता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कदम कोई अस्थायी प्रचार नहीं है, बल्कि यह एक दीर्घकालिक रणनीति है, जिससे विक्रेताओं के व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिलेगी और अमेजन के पैमाने और अवसंरचना के लाभ विक्रेताओं को मिलेंगे।
विक्रेताओं के लिए अतिरिक्त लाभ
कम-मूल्य वाले उत्पादों के लिए रिफरल शुल्क को समाप्त करने के अलावा, अमेजन कुछ अन्य बदलाव भी कर रहा है, जो विक्रेताओं के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इन बदलावों में से एक महत्वपूर्ण बदलाव है उन विक्रेताओं के लिए नई बचत, जो एक ही उत्पाद के एक से अधिक यूनिट शिप करते हैं। नए शुल्क संरचना के तहत, एक साथ एक से अधिक यूनिट शिप करने वाले विक्रेताओं को दूसरे यूनिट पर बिक्री शुल्क में 90% तक की बचत हो सकती है। यह विक्रेताओं को उनकी बिक्री की आवृत्ति बढ़ाने और थोक में शिपमेंट करने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे उनके कुल लागत कम होंगे और बिक्री में वृद्धि होगी।
एक और महत्वपूर्ण बदलाव है हल्के वजन वाले वस्तुओं के लिए वजन संभालने के शुल्क में कटौती। एक किलोग्राम से कम वजन वाले वस्तुओं के लिए अब नया वजन संभालने शुल्क केवल 17 रुपये होगा, जो पहले से कम है। यह कदम छोटे और हल्के उत्पादों पर काम करने वाले विक्रेताओं के लिए कुल लागत को और कम करने के लिए है, जिससे अमेजन पर बेचने का खर्च और अधिक सस्ती हो जाएगा।
इसके अतिरिक्त, अमेजन बाहरी पूर्णता चैनल (Easy Ship और Seller Flex) का उपयोग करने वाले विक्रेताओं के लिए एक सरल फ्लैट दर पेश कर रहा है। ये चैनल विक्रेताओं को उनके उत्पादों को बिना अमेजन के गोदाम में स्टोर किए शिप करने की अनुमति देते हैं। नए मूल्य संरचना के तहत, राष्ट्रीय शिपिंग दर 65 रुपये से शुरू होगी, जो पहले 77 रुपये थी, जिससे विक्रेताओं के लिए इन सेवाओं का उपयोग करना अधिक सस्ती हो जाएगी।
इन बदलावों का अमेजन के विक्रेता समुदाय पर क्या प्रभाव पड़ेगा
रिफरल शुल्क और शिपिंग चार्जेज में ये कटौती अमेजन के विक्रेता समुदाय, विशेष रूप से छोटे और मंझले आकार के व्यवसायों (SMBs) पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाली हैं, जो कम-मूल्य वाले उत्पादों को बेचते हैं। 300 रुपये से कम के उत्पादों पर रिफरल शुल्क को समाप्त करके, अमेजन कई विक्रेताओं के लिए एक बड़ा खर्चीला अवरोध हटा रहा है, जो कम-मूल्य वाले सामान बेचते हैं। इससे ऐसे विक्रेताओं के लिए अमेजन एक अधिक आकर्षक प्लेटफॉर्म बनेगा, जो पहले उच्च कमीशन दरों के कारण विक्रय करने से हिचकिचाते थे।
यह बदलाव ई-कॉमर्स पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर अधिक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने का भी लक्ष्य रखते हैं। शुल्क कम करके और थोक शिपमेंट के लिए प्रोत्साहन देकर, अमेजन विक्रेताओं को उनकी बिक्री वॉल्यूम बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहा है। इसके परिणामस्वरूप, अमेजन अपने बाजार नेतृत्व को बनाए रखने में सक्षम होगा और विक्रेताओं को उनके अर्जन का अधिक हिस्सा रखने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा, ये बदलाव नए विक्रेताओं को भी अमेजन के प्लेटफॉर्म पर आकर्षित करने में मदद करेंगे, क्योंकि कम शुल्क इसे उन लोगों के लिए एक अधिक लाभकारी विकल्प बना देगा जो अभी शुरुआत कर रहे हैं। कम-मूल्य वाले उत्पादों के लिए रिफरल शुल्क को हटाना विशेष रूप से छोटे व्यवसायों और व्यक्तिगत विक्रेताओं के लिए आकर्षक हो सकता है, जो भीड़-भाड़ वाले ई-कॉमर्स स्पेस में प्रतिस्पर्धा करने के तरीके तलाश रहे हैं।
अमेजन की क्विक कॉमर्स रणनीति
इन शुल्क कटौतियों के साथ-साथ, अमेजन इंडिया बेंगलुरु में अपनी क्विक कॉमर्स सेवा, अमेजन नाउ, का परीक्षण भी कर रहा है। यह सेवा ब्यूटी और होम गुड्स सहित विभिन्न उत्पादों के लिए अत्यधिक तेज डिलीवरी प्रदान करने का लक्ष्य रखती है, और यह अमेजन की ग्रॉसरी और दैनिक आवश्यकताओं की पेशकशों की सफलता के बाद आ रही है। जैसे-जैसे तेजी से डिलीवरी (क्विक कॉमर्स) प्लेटफार्मों की लोकप्रियता बढ़ रही है, अमेजन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि वह इस तेजी से बढ़ते खंड में प्रतिस्पर्धी बना रहे।
आगे क्या? अमेजन इंडिया के लिए अगले कदम क्या होंगे?
अमेजन के शुल्क कटौती और नए शिपिंग प्रोत्साहन इसके लगातार बदलते व्यापार मॉडल का केवल एक हिस्सा हैं। कंपनी स्पष्ट रूप से घरेलू ई-कॉमर्स बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा से अवगत है, और ये कदम विक्रेताओं का समर्थन करने और उपभोक्ताओं के लिए समग्र शॉपिंग अनुभव को बेहतर बनाने के लिए उठाए गए हैं।
आने वाले महीनों में, अमेजन अपनी कीमतों और सेवा प्रस्तावों के संदर्भ में अपने व्यापार मॉडल में और नवाचार कर सकता है। क्विक कॉमर्स की बढ़ती लोकप्रियता और मीशो जैसे स्थानीय प्लेटफार्मों के उभार के साथ, बाजार की गतिशीलताओं के अनुसार अनुकूलन करना अमेजन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा।
अंततः, विक्रेताओं की सफलता को प्राथमिकता देकर और प्लेटफॉर्म पर बेचने से जुड़ी लागत को कम करके, अमेजन खुद को एक व्यापार विकास में साझेदार के रूप में स्थापित कर रहा है। इससे कंपनी विक्रेताओं के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर सकती है और आने वाले वर्षों तक भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में अग्रणी बने रह सकती है।
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