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Eternal का मुनाफा Q4 FY25 में 77% गिरा, जबकि राजस्व में 63% की वृद्धि दर्ज

Eternal का मुनाफा Q4 FY25 में 77% गिरा, जबकि राजस्व में 63% की वृद्धि दर्ज

फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स की दिग्गज कंपनी Eternal—जिसे पहले Zomato के नाम से जाना जाता था—ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (मार्च 31, 2025 को समाप्त) में शुद्ध लाभ में 77% की भारी गिरावट दर्ज की है। कंपनी का मुनाफा ₹175 करोड़ से घटकर ₹39 करोड़ रह गया। यह लगातार दूसरी तिमाही है जब कंपनी की लाभप्रदता में गिरावट आई है, भले ही कंपनी का समेकित राजस्व 63% बढ़कर ₹5,833 करोड़ तक पहुँच गया हो।


Eternal का मुनाफा Q4 FY25 में 77% गिरा, जबकि राजस्व में 63% की वृद्धि दर्ज


राजस्व बढ़ा, मुनाफा घटा

Eternal के सभी प्रमुख कारोबार क्षेत्रों—Hyperpure, Blinkit और Going-Out कैटेगरी—में तेज़ वृद्धि के चलते राजस्व में भारी उछाल आया है। हालांकि, क्विक कॉमर्स जैसे प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों में आक्रामक विस्तार और ग्राहक अधिग्रहण लागत में वृद्धि ने कंपनी की मार्जिन पर दबाव डाला है।

Blinkit, जो कंपनी की क्विक कॉमर्स शाखा है, ने अपना राजस्व दोगुना से अधिक बढ़ाकर ₹1,709 करोड़ कर लिया, लेकिन तिमाही में ₹82 करोड़ का घाटा भी दर्ज किया। इस सेगमेंट में भारी छूट, लॉजिस्टिक्स पर खर्च और Zepto, Flipkart, Amazon जैसे प्रतिस्पर्धियों के कारण नकदी जलना जारी है।

सेगमेंट-वाइज प्रदर्शन

Eternal मुख्यतः चार प्रमुख वर्टिकल्स में कार्यरत है:

  • Zomato (फूड डिलीवरी): ₹2,054 करोड़ का राजस्व, साल-दर-साल 18% की वृद्धि, लेकिन तिमाही दर तिमाही हल्की गिरावट देखी गई—मुख्यतः शहरी मांग में नरमी के कारण।

  • Blinkit (क्विक कॉमर्स): राजस्व में भारी वृद्धि, लेकिन साथ में नुकसान भी बढ़ा, विशेषकर संचालन विस्तार की लागत के चलते।

  • Hyperpure (B2B रेस्टोरेंट सप्लाई): राजस्व ₹951 करोड़ से लगभग दोगुना होकर ₹1,804 करोड़ तक पहुँच गया।

  • District (Going-out एक्सपीरियंस): साल-दर-साल राजस्व ₹229 करोड़ हो गया, लेकिन पिछली तिमाही से 11% की गिरावट आई।

बाज़ार और नियामक चुनौतियाँ

Eternal बाहरी दबावों का भी सामना कर रहा है। 2025 की शुरुआत से अब तक इसके शेयर की कीमत लगभग 16% गिर चुकी है, हालांकि इसे हाल ही में Nifty 50 इंडेक्स में शामिल किया गया था।

फूड डिलीवरी बाजार में Rapido और Zepto Café जैसे नए खिलाड़ियों की एंट्री से प्रतिस्पर्धा तेज़ हो रही है। साथ ही, नियामक निगरानी भी बढ़ी है। Eternal और इसकी प्रतिद्वंद्वी Swiggy पर CCI (भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग) द्वारा निजी लेबल फूड सेवाओं—जैसे Blinkit Bistro और Zomato Everyday—के संदर्भ में संभावित एंटी-कॉम्पेटिटिव व्यवहार को लेकर जांच चल रही है।


Eternal का मुनाफा Q4 FY25 में 77% गिरा, जबकि राजस्व में 63% की वृद्धि दर्ज


रणनीतिक कदम: कॉमर्स से SaaS की ओर

अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए Eternal ने हाल ही में B2B SaaS क्षेत्र में कदम रखा है। कंपनी ने ‘Nugget’ नामक एक नो-कोड, AI-आधारित कस्टमर सपोर्ट प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो 80% तक ग्राहक पूछताछों को स्वतः सुलझाने में सक्षम है। यह Eternal की विभिन्न ब्रांड्स में अब तक 1.5 करोड़ से अधिक कस्टमर इंटरैक्शन्स को संभाल चुका है, जिससे परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

इसके अतिरिक्त, कंपनी Blinkit को भारतीय-स्वामित्व और नियंत्रित कंपनी (IOCC) दर्जा दिलाने के लिए प्रयासरत है। इस स्थिति के तहत Blinkit इन्वेंट्री-आधारित मॉडल अपना सकेगा, जिससे पूंजी-गहन क्विक कॉमर्स सेगमेंट में लाभ मार्जिन बेहतर हो सकते हैं।

आगे की राह

राजस्व में ज़बरदस्त वृद्धि के बावजूद Eternal को कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है—प्रमुख सेगमेंट्स में घाटा, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और नियामक दबाव। आने वाली तिमाहियों में कंपनी की सबसे बड़ी परीक्षा यही होगी कि वह विकास और स्थायी लाभप्रदता के बीच संतुलन कैसे बनाए रखती है।



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